गलत हदीस बयान करने की सजा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया
“मेरी हदीस को बयान करने में एहतियात करो और वही बयान करो जिस का तुम्हें यकीनी इल्म हो, जो शख्स जानबूझ कर मेरी तरफ से कोई गलत बात बयान करे वह अपना ठिकाना जहन्नम में बना ले।”
[तिर्मिज़ी: 2951, अन इब्ने अब्बास (र.अ)]
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